अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन, हाँ बिलकुल Zam Zam Pani Peene ki Dua भी होती है। हर आपको कभी मौका मिले जम जम पानी पीने की तो जम का जम का पानी पीने की दुआ जरुर पढ़े।
क्या आप जानते हैं कि ज़मज़म का पानी कभी खत्म क्यों नहीं होता? यह एक चमत्कार है जो सदियों से मुसलमानों के लिए आस्था का केंद्र रहा है। ज़मज़म का पानी पीना सिर्फ एक रिवाज नहीं है, बल्कि यह एक इबादत है। जब हम ज़मज़म का पानी पीते हैं, तो हम एक विशेष दुआ पढ़ते हैं।
ज़मज़म का पानी पीने का तरीका यह है की पहले बिस्मिल्लाह पढ़ कर खड़े खड़े तिन घूंट पी जाए और पेट भर पिए इसके बाद निचे बताये हुए दुआ पढ़े और आखिर में अल्हम्दुलिल्लाह कहे।
इसी तरह इस्लाम में Pani Peene se Pahle ki Dua और Pani Peene ke Baad ki Dua पढ़ा जाता है जो बिलकुल आसान है।
जम जम का पानी क्या है?
जम जम का पानी मक्का, सऊदी अरब में मस्जिद अल-हरम के अंदर स्थित एक कुएं से निकलने वाला पानी है। यह कुआं पवित्र काबा के पास स्थित है, जो इस्लाम में एक महत्वपूर्ण पवित्र स्थान है।
जम जम का पानी अपने खनिज गुणों के लिए भी जाना जाता है। इसमें कैल्शियम, मैग्नीशियम, सोडियम, पोटेशियम और फ्लोराइड जैसे खनिज होते हैं जो स्वास्थ्य के लिए beneficial होते हैं।
जम जम का पानी पीने के कई फायदे माने जाते हैं, जिनमें शामिल हैं:
- प्यास बुझाना: यह पानी बहुत प्यास बुझाने वाला होता है और शरीर को हाइड्रेट रखने में मदद करता है।
- पाचन में सुधार: यह पानी पाचन तंत्र को मजबूत बनाने और पाचन क्रिया को बेहतर बनाने में मदद करता है।
- रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाना: यह पानी रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाने में मदद करता है।
- त्वचा और बालों के लिए फायदेमंद: यह पानी त्वचा और बालों के लिए भी फायदेमंद होता है।
यहां कुछ रोचक तथ्य दिए गए हैं:
- जम जम का पानी कभी नहीं सूखता है, भले ही लाखों लोग हर साल इसे पीते हैं।
- जम जम का पानी दुनिया भर में मुस्लिमों द्वारा पवित्र माना जाता है।
- जम जम का पानी वैज्ञानिक रूप से भी अध्ययन किया गया है और इसके कई स्वास्थ्य लाभ पाए गए हैं।
- जम जम का पानी केवल मक्का में ही उपलब्ध है।
- जम जम का पानी बोतलबंद करके दुनिया भर में बेचा जाता है, लेकिन यह महत्वपूर्ण है कि आप इसे केवल विश्वसनीय स्रोतों से ही खरीदें।
नाज़रीन मुझे उम्मीद है की यह दुआ आपको बहुत अच्छा लगेगा।
Zam Zam Pani Peene ki Dua
आज हम बात करेंगे इस्लाम की एक बहुत ही पवित्र और महत्वपूर्ण चीज़ के बारे में – ज़मज़म के पानी के बारे में। ज़मज़म का पानी सिर्फ पानी नहीं है, बल्कि यह एक इबादत भी है। जब हम ज़मज़म का पानी पीते हैं, तो हम एक विशेष दुआ पढ़ सकते हैं।
जब ज़मज़म का पानी पीने लगे तो सबसे पहले बिस्मिलाहिर रहमानिर रहीम जरुर पढ़े।
अब खड़े होकर पानी पीना शुरू करे और पिने के बाद यह दुआ पढ़े।
Zam Zam ka Pani Peene ki Dua in Hindi
अल्लाहुम-म इन्नी अस अलु-क इल्मन नाफि अंव व रिज्कवं वासिअंव व शिफ़ाअम मिन कुल्लि दाइन
आबे ज़मज़म पानी पीने की दुआ का तर्जुमा
ऐ अल्लाह! मैं तुझसे नफ़ा देने वाले इल्म और फैली रोजी का सवाल करता हूं और हर रोग से सेहत पाने का सवाल करता हूं।
Zam Zam Pani Peene ki Dua in Roman English
Allaahumma inni as’aluka `ilman naifi`aaa, wa rizqaw wasi`aaa, wa shifa’am min kulli da’i
Dua When Drinking Zam Zam Water
Allah Azzawajal I ask you for beneficial knowledge, increase in provision and cure from illness.
ज़मज़म का पानी खड़े होकर क्यों पीना चाहिए?
नाज़रीन कुछ लोगो का यह भी सवाल होता है की पानी बैठकर पीना नबी (ﷺ) की सुन्नत है तो फिर ज़मज़म का पानी खड़े हो कर क्यों पीते है।
तो इसका भी सीधा जवाब है की ज़मज़म का पानी भी खड़े हो कर पीना नबी (ﷺ) की सुन्नत से साबित है। जो हदीस कुछ इस तरह है की इब्न अब्बास रजी अल्लाहु अंहो बताया “मैंने जब अल्लाह के नबी (ﷺ) को ज़मज़म का पानी दिया तो आपने खड़े होकर पिया”। (Sunan an-Nasai, 2965)
ज़मज़म का पानी खड़े होकर पीना, बैठ कर पीने से कहीं बेहतर माना जाता है। इस विषय पर बहस इतनी तीव्र है कि कुछ इस्लामी विद्वानों ने मुसलमानों को बैठकर ज़मज़म का पानी पीने से भी मना किया है।
जमजम का पानी आखिर इतना ख़ास क्यूं है?
आबे जमजम का ख़ास होने का सबसे बड़ी वजह यह है कि यह काबा शरीफ की एक कुआं से निकलती है इसके निकलने की वजह हजरते इस्माईल अलैहिस्सलाम के एड़ियां मुबारक है जी हां यह उनकी ही एड़ियों के नीचे से निकला था।
इसे अल्लाह तआला ने उनकी प्यास बुझाने के लिए पैदा किया इसकी बहुत बड़ी हिस्ट्री है इन्हीं कारणों की वजह से यह खास है और इसके बाद हमलोग के लिए भी यह यूं कहिए तो सब के सब चीज ही है।
क्या आपने कभी ज़मज़म के पानी का स्वाद चखा है? अगर हां, तो आपको जरूर इसकी पवित्रता और स्वाद का एहसास हुआ होगा। ज़मज़म का पानी सिर्फ एक पेय पदार्थ नहीं है, बल्कि यह एक इतिहास, एक विरासत और एक अज़ीम नेमत है। इस खास पानी को पीते समय हम एक खास दुआ भी पढ़ते हैं।
दोस्तों मुझे उम्मीद है की यह लेख आपको बेहद पसंद आया होगा। जिसमे Zam Zam Pani Peene ki Dua को अलग अलग भाषा में लिखा गया है। जिससे किसी भी किस्म का पढ़ने और याद करने में गलती ना हो।
अगर इसी तरह का इस्लामिक दुआ और जानकारी सीखना चाहते है जैसे – Doodh Peene ki Dua तो इस पोस्ट को अपने दोस्तों के साथ भी जरुर करे। खुदा हाफिज!!