अस्सलामु अलैकुम दोस्तों, आज की पोस्ट में एक अहम और बहुत फ़ज़ीलत वाली दुआ के बारे में बात करने वाले है जिसे Azan ke Baad ki Dua के नाम से जाना जाता है।
अज़ान की दुआ को याद करना ही एक बहुत बड़ी फ़ज़ीलत मानी जाती है जिसको सीखने के लिए आप यहाँ पर तसरीफ लाए है। यह दुआ को सिखाने के लिए भरपूर कोशिश किया गया है जिसमे अलग अलग भाषा और तर्जुमा के बताया गया है।
अज़ान वह कुछ चंद अल्फाज़ है जो हर दिन 24 घंटे में 5 बार सुनते है इससे आपको यह अंदाज़ा हो जाना चाहिए की नमाज़ भी पांच वक़्त ही पढ़ा जाता है।
इससे यह साबित हुआ की जब जब नमाज़ का वक़्त होता है उससे पहले नमाज़ पढ़ने के बुलावा के लिए अज़ान देते है। इसके और भी कारण जो आपको निचे सीखने को मिलने वाला है।
इसी तरह पिछले पोस्ट में आपको Namaz ke Baad ki Dua याद करने का मौका मिला था। जिसको बहुत लोगो ने प्यार किया था।
Azan ke Baad ki Dua
नाज़रीन क्या आपको सिर्फ अज़ान की दुआ ही सीखना मकसद है या इसके बारे में जानना की यह दुआ क्या बताना चाहता है यानि इसका मतलब तर्जुमा भी सीखना है।
अगर आपको दुआ और तर्जुमा सीखना है तो इस ब्लॉग से अच्छा कोई हो ही नहीं सकता है क्युकी इसमें आपको अरबिक में दुआ के साथ हिंदी और इंग्लिश में दिया गया है। अगर इससे से भी समझ में ना आए तो इमेज में देख कर भी याद कर सकते है।
Azan ke Baad ki Dua In Hindi
अल्लाहुम्मा रब्बा हाज़ीहिल दावती-त-ताम्मति वस्सलातिल कायिमति आती मुहम्मदानिल वसिलता वल फ़ज़ीलता वद्दरजतल रफ़ीअता वब’असहू मक़ामम महमूदा निल्ल्जी व्’अत्तहू वर ज़ुक्ना शफ़ाअतहु यौमल क़ियामती इन्नका ला तुखलिफुल मीआद
अज़ान के बाद की दुआ तर्जुमा के साथ
ऐ मेरे अल्लाह जो इस सारी पुकार का रब है और कायम रहने वाली नमाज़ का भी रब है, नबी-ऐ-करीम मुहम्मद (ﷺ) को क़यामत के दिन वसीला अता फ़रमा और मुकाम-ए-महमूद पर उनका क़याम फर्मा जिसका तूने उनसे वादा किया है। Sahih Bukhari, Vol 1, 614
Azan ke Baad ki Dua in Roman English
Allahumma Rabba Haziheed Da’wateet Taammati Wassalatil Ka-emati Aatee Sayyideena Muhammada Nil Wasilata Wal Fadilata Wad Dar Jatrrafi Ataa wabaa Asahoo Makaamam Mahmu Danil Lazi W Attahu Warazakna Shafaa Atuhu Yaumal Kiyamati Innaka La Tukhliful Mi’Aaad.
Dua for After Azan
O Allah! O Almighty, the Lord of this whole call and the everlasting prayer, Hazrat Muhammad S.A. Give us the blessings and virtues and high status and raise them in the maqama Mahmud which you promised them and banish us from their sacrifice on the Day of Judgment. Of course you do not disobey.
मेरा मानना यह है की सिर्फ Azan ke Baad ki Dua और इसका तर्जुमा जान लेना काफी नहीं है बलके यह दुआ क्यों और किस लिए इसके बारे में जानना भी जरुरी है।
अज़ान से जुड़ी कुछ जरूरी मसाइल
- जो अज़ान के वक्त बातों में मशगूल रहे उस पर मआजअल्लाह खात्मा बुरा होने का खौफ है।
- हम पूरे दिन में पांच मर्तबा हर रोज अज़ान सुनते हैं, और हमें यह मालूम होना चाहिए कि अज़ान सुनते वक़्त बाते नहीं करना चाहिए और सारे दुनियावी काम छोड़ देना चाहिए।
- रास्ता चल रहा था कि अज़ान की आवाज़ आई तो उतनी देर खड़ा हो जाये और जवाब दे।
- जब मुअज्जिन अश्हदु अन मुहम्मदुर रसुलुल्लाह कहे तो सुनने वाला दुरूद शरीफ़ पढ़े और मुस्तहब है कि अंगुठों को बोसा देकर आंखों से लगा ले।
- जब अज़ान हो तो उतनी देर के लिए सलाम कलाम और जवाबे सलाम तमाम अशगाल रोक दें।
- यहां तक कि कुरआन मजीद कि तिलावत में अज़ान कि अवाज आये तो तिलावत रोक दें।
- खूत्बे कि अज़ान का जवाब जबान से देना मुक्तदियों को जायज नहीं।
आज आपने क्या सीखा?
दोस्तों आपको Azaan ki Dua कैसा लगा निचे कमेंट में माशाल्लाह लिखा इज़हार कर सकते है। जिसमे अज़ान के हवाले से बहुत सवालो का जवाब दिया गया है।
आप से गुजारिश है की दुआ ऐ क़ुनूत काफी बड़ा दुआ है। लेकिन आप सभी को याद करना चाहिए, जिसको वित्र की नमाज़ में पढ़ा जाता है।
Azaan ke Baad ki Dua का तो ज़िक्र है की यह दुआ कैसे याद करे उसके अलावा अज़ान क्या है? इसके बारे में सीखा और इसी तरह का जानकारी सीखना पसंद करते है तो हमारे इस वेबसाइट को अपने दोस्त के साथ शेयर करे।