अस्सलामु अलैकुम मेरे प्यारे भी और बहनों, आज के वक़्त में बहुत लोग सफ़र कर रहे है। लेकिन बहुत लोगो को Safar Ki Dua याद ही नहीं होत। यात्रा यानि सफ़र, इंसान की फितरत में रची-बसी है। चाहे वो छोटी सी यात्रा हो या लंबा सफर, हर यात्रा में कुछ न कुछ खास होता है।
लेकिन, हर सफर में कुछ चुनौतियाँ भी होती हैं। इसीलिए, इस्लाम में सफर से पहले और दौरान कुछ खास दुआएं पढ़ने की तज़वीज दी गई है।
क्या आप जानते हैं कि सफर की दुआ पढ़ने से क्या फायदे होते हैं?
इस ब्लॉग पोस्ट में, हम सफर की दुआ के बारे में विस्तार से जानेंगे। हम यह जानेंगे कि सफर की दुआ क्यों पढ़ी जाती है, इसके क्या फायदे हैं और सफर की दुआ को कैसे पढ़ा जाता है।
जैसा हम सभी जानते है आज के समय मे हर इंसान डेली सफर करता है लेकिन एक मूलमान होने के नाते हमे चाहिए हम अपना सफर भी अल्लाह के नबी की सुन्नत के मुताबिक करे जिसमे इनशाल्लाह खैर होगी।
Safar Ki Dua
हादसों और सफर मे आने वाली किसी भी किस्म की परेशानी से बचने के लिए अल्लाह के नबी ने हमे Safar Ki Dua बताई अगर आप सफर पर जाने से पहले इस दुआ को पढ़ेंगे तो इनशाल्लाह अल्लाह ताला आपको हर किस्म के हादसों और परेशानी से हिफ़ाज़त करगा।
जैसा हम सभी जानते एक मुसलमान को अपनी जिदंगी मे सारे काम सुन्नत तरीके से करने चाहिए ताकि इस दुनिया और आखिरत मे अपनी ज़िंदगी को आसान बना सके इसलिए किसी भी सफर पर जाने से पहले इस दुआ को पढे।
Safar ki Dua In Hindi
सुब्हानल्लजी सख्ख-र लाना हाज़ा व मा कुन्ना लहू मुकि्रनीन व इन्ना इला रब्बिना ल-मुन्क़लिबून।
सफर की दुआ का तर्जुमा
पाक है वह ज़ात जिसने इस सवारी को हमारे क़ाबू में कर दिया है, हालांकि हम इसे अपने क़ाबू में नहीं कर सकते थे। हम अपने रब की ओर लौट कर जाने वाले हैं।
Safar Ki Dua in English
Bismiallahi wa alhamdu liallahi. Subhanaalladhi sakh-khara lana hadha wa ma kunna lahu muqrinin. Wa inna ila Rabbi-na la munqalibun.
इस दुआ के अलावा मै आपको बताना चाहता हूँ की जब वाहन पर बैठने लगे तो सवारी पर बैठने की दुआ जरुर पढ़ना चाहिए।
सफर की दुआ का महत्व
सफर की दुआ, इस्लाम में एक अहमियत रखने वाली दुआ है। यह न केवल एक परंपरा है, बल्कि एक ऐसी प्रार्थना है जो यात्री को सुरक्षित और सलामत यात्रा करने की तौफीक देती है। आइए जानते हैं कि सफर की दुआ का महत्व क्यों है:
1. अल्लाह से जुड़ाव:
- निकटता: सफर की दुआ पढ़ने से यात्री अल्लाह से जुड़ाव महसूस करता है। इससे मन शांत होता है और यात्रा के दौरान आने वाली मुश्किलों का सामना करने की हिम्मत मिलती है।
- निर्भरता: यह दुआ यात्री को याद दिलाती है कि वह अल्लाह पर निर्भर है और उसकी ही शरण में सुरक्षित है।
2. सुरक्षा और हिफाजत:
- रखवाली: सफर की दुआ पढ़ने से यात्री अल्लाह से सुरक्षा की दुआ मांगता है। यह दुआ यात्री को रास्ते में आने वाली हर तरह की मुसीबत से बचाती है।
- सलामती: यह दुआ यात्री को सलामत घर वापस लौटने की तौफीक देती है।
3. मन की शांति:
- तनाव कम करना: सफर के दौरान कई तरह के तनाव होते हैं। सफर की दुआ पढ़ने से मन शांत होता है और तनाव कम होता है।
- सकारात्मक ऊर्जा: यह दुआ यात्री के मन में सकारात्मक ऊर्जा भरती है और उसे यात्रा के दौरान उत्साहित रखती है।
4. बरकत:
- रोज़ी-रोटी: सफर की दुआ पढ़ने से यात्री को रोज़ी-रोटी में बरकत मिलती है।
- सफलता: यह दुआ यात्री को उसके काम में सफलता दिलाती है।
5. सुनन-ए-मुस्लिम का हिस्सा:
- सुनन: सफर की दुआ पढ़ना हमारे पैगंबर (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की सुन्नत है।
- अनुसरण: मुसलमान होने के नाते यह हमारी जिम्मेदारी बनती है कि हम पैगंबर (सल्लल्लाहु अलैहि वसल्लम) की सुन्नतों पर अमल करें।
आज आपने क्या सीख?
सफर की दुआ, एक मुसलमान के लिए बेहद महत्वपूर्ण है। यह न केवल यात्री को सुरक्षा और सलामती प्रदान करती है बल्कि उसे अल्लाह से जोड़ने का भी एक जरिया है। इसलिए, हर मुसलमान को सफर पर निकलने से पहले सफर की दुआ पढ़नी चाहिए।
नाज़रीन मुझे उम्मीद है की, आपको ये छोटी से बहुत अहम Safar Ki Dua बहुत बड़े हादसों और आने सफर के दौरान आने वाली सभी परेशानी से हिफाजत करेगी, हम सबको चाहिए सफर मे जाने से पहले इस दुआ पढ़ ले तब अपना सफर शुरू करे।
इसलिए हमने इस दुआ को तीन अलग अलग भाषा मे लिखा ताकि आप सभी इस दुआ को याद कर सके और सफर के दौरान पढ़ सके।
अल्लाह हम सभी को सफर की दुआ पढ़ने और उस पर अमल करने की तौफीक दे। आमीन!