अस्सलामु अलैकुम नाज़रीन, Hindi Me Quran वेबसाइट में आप सभी का खुशामदीद है। मेरा नाम मेराज अहमद है और मै इस वेबसाइट का मालिक और कंटेंट राइटर हूँ।
मैंने अपनी बचपन की पढाई दीनी मदरसों से किया हूँ। मुझे इस्लाम की जानकारी मदरसों से और इस्लामिक किताबो से मिला है।
यह वेबसाइट 2024 में शुरू किया गया है जिसमे इस्लाम, नमाज़, रोज़ा, हज, क़ुरबानी, रमजान, कुरान शरीफ, नबी, हदीस, सुन्नत, इस्लामिक त्योहार आदि सिखाया जा रहा है।
सही जानकारी ना होने की वजह से लोग नमाज़ गलत पढ़ते है या रोज़ा में किन चीज़े से बचना चाहिए या कौन सी दुआ कब पढ़ना चाहिए काफी लोगो को मालूम ही नहीं है।
अगर मालूम भी है तो सही तरीके से नहीं करते इसीलिए मैंने सोचा की आउटलाइन इस्लाम ब्लॉग की शुरुआत करते है। जिसमे नमाज़, रोज़ा, हज़, दुआ और ज़कात के अलावा जितनी भी इस्लामिक तौर तरीके है. सबको एक ही जगह पर बताया जाए।
@hindimequran वेबसाइट का एक ही मकसद है की आज कल नौजवान कौम जो ज्यादातर समय आपने फ़ोन और लैपटॉप पर बिता रहे है। जो की इस्लाम से धीरे धीरे अलग हो रहे है किसी भी कारण की वजह से उनको इस्लामिक तौर तरीके सिखाया जाए।
मै बहुत खुशनसीब हूँ की मुझे सच्चा और प्यारा दीन मिला यानि मजहबे इस्लाम मिला। जो अंधेरो से निकाल कर उजाले की रास्ता दिखता है।
मिशन
दोस्तों मेरा मिशन है की जो लोग इस्लाम से दूर होते जा रहे है, और Atheist बन रहे है। उन लोगो को सीरातल मुस्तकीम यानि सही रास्ते पर लाया जाए।
आज के समय में इस्लाम के खिलाफ बहुत सारे फेक यानि गलत प्रोपेगेंडा फैला जा रहा है। जिससे हमारे मासूम मुस्लमान सच समझ कर इस्लाम को गलत मन बैठे है और इस्लाम से दूर होते जा रहे है।
उद्देश्य
नाज़रीन मेरा उद्देश्य यही है की जो लोग इस्लाम से दूर हो चुके है या इस्लाम में आना चाहते है या इस्लाम के बारे में नई नई जानकारी हदीस, दुआ, तरीका सीखना चाहते है, उसको सिखाया जाए।
दोस्तों आप मेरी बात से जरुर सहमत होंगे की आज कल के जनरेशन मोबाइल की वजह से नमाज़ छोड़ रहे है। इस्लाम में नई नई बिदत लेकर आ रहे है जो की कुरान व हदीस से साबित ही नहीं है।
इसीलिए मैंने सोचा की क्यों नहीं एक ऐसा वेबसाइट बनाया जाए। जिसमे कुरान व हदीस की सारी बाते बताया जाए। जिसमे नमाज़, रोज़ा, हज़, ज़कात और डेली जिंदगी में होने वाली छोटी या बड़ी काम इस्लामिक तरीके से हो पाए।
दोस्तों आप सभी से एक गुजारिश की हम सभी इन्सान है और हमारी फितरत में गलतियाँ करना सामिल है। मुझसे हो सकता है की कोई पैगाम या जानकारी पहुँचाने या लिखने में गलती हो जाए। तो आप सभी ईमेल के ज़रिए या फेसबुक के जरिये कॉन्टैक्ट करने का कष्ट और मुझे गलती सुधरने का मौका दे।
वैसे आप सभी हज़रात को बता दू की इस वेबसाइट पर जितनी भी जानकारी दिया जाता है। उसको पहले अच्छी तरह से कुरान व हदीस से साबित किया जाता है, फिर पब्लिश होता है।
आप सभी भाई और बहन से गुजारिश है की इस वेबसाइट को ज्यादा से ज्यादा अपने दोस्तों में शेयर करे खुदा हाफिज।